
बिलासपुर के दयालबंद गुरुद्वारा परिषद में पंजाब एंड सिंध बैंक द्वारा विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में विभिन्न क्षेत्रों से आए स्व सहायता समूहों की महिलाओं ने भाग लिया और बैंक से जुड़े अपने अनुभवों को साझा किया। आयोजन का उद्देश्य महिलाओं को वित्तीय रूप से सशक्त बनाना और बैंकिंग सेवाओं से जोड़ना रहा।

शिविर में पंजाब एंड सिंध बैंक के एमडी स्वरूप कुमार साहा विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से सीधा संवाद कर उनकी समस्याएं और सुझावों को जाना। इस अवसर पर महिलाओं ने बताया कि पंजाब एंड सिंध बैंक से जुड़कर उन्हें न सिर्फ आर्थिक रूप से मजबूती मिली है, बल्कि वे आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी आगे बढ़ी हैं।

कार्यक्रम के दौरान एमडी स्वरूप कुमार साहा ने दयालबंद शाखा का निरीक्षण भी किया। उन्होंने बैंक में उपस्थित ग्राहकों से संवाद कर यह जाना कि बैंक से उन्हें किसी प्रकार की समस्या तो नहीं है। साथ ही उन्होंने बैंक कर्मचारियों के कार्यों की समीक्षा करते हुए, सेवा की गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए। एमडी साहा ने जानकारी दी कि पंजाब एंड सिंध बैंक की देशभर में 1710 शाखाएं संचालित हैं।

बिलासपुर शाखा की निगरानी भोपाल से की जा रही है, लेकिन जल्द ही रायपुर में ही जोनल ऑफिस खोलने की योजना बनाई जा रही है ताकि सेवाओं में और अधिक पारदर्शिता और सुविधा मिल सके। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले दो वर्षों में 400 नई शाखाएं खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बैंक द्वारा लगातार देश के विभिन्न हिस्सों में शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे बैंक की योजनाओं और सेवाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाई जा सके। छत्तीसगढ़ राज्य में पंजाब एंड सिंध बैंक की कुल 17 शाखाएं कार्यरत हैं।

यहां अब तक 123 शिविरों का आयोजन किया जा चुका है, जिनमें लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। इस पहल के माध्यम से बैंक ने अपने ग्राहक सेवा नेटवर्क को और भी सशक्त किया है। शिविर के अंत में एमडी साहा ने महिलाओं से आह्वान किया कि वे बैंकिंग सेवाओं से जुड़कर न केवल अपने परिवार की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करें, बल्कि स्वयं को भी आत्मनिर्भर बनाएं। उन्होंने बताया कि पंजाब एंड सिंध बैंक हर वर्ग तक पहुंचने और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।