एक दिन पहले हॉस्टल अधीक्षिका के खिलाफ आग उगल रही छात्राओं के सुर कलेक्टर के साथ हुई बैठक के बाद बिल्कुल बदल गए। पचपेड़ी हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्राएं हॉस्टल में रसोईया से लेकर वार्डन पर तमाम तरह की आरोप लगा रही थी। हॉस्टल में खराब खाना बनने, अधीक्षिका द्वारा बाथरूम में उनका अश्लील वीडियो बनाने और उनके पैरेंट्स के खिलाफ अप शब्द कहने जैसे तमाम आरोप के साथ इन छात्रों ने सोमवार को मस्तूरी पचपेड़ी मेन रोड पर चक्का जाम कर दिया था। छात्राओं का गुस्सा फूटा तो सेनेटरी नैपकिन की क्वालिटी से लेकर हर एक मुद्दे को उछाला। इसके बाद हॉस्टल अधीक्षिका हटा दी गई तो वहीं बिलासपुर कलेक्टर ने मंगलवार शाम को छात्राओं के साथ मुलाकात की। बंद दरवाजे के पीछे मुलाकात में जाने क्या बात हुई कि बैठक के बाद बाहर निकली छात्राओं के सुर एकदम से बदल गए और उन्होंने बताया कि समझौता हो गया है। इधर छात्राओं को हक की लड़ाई सिखाते हुए एनएसयूआई के चार नेता जरूर आरोपी बन गए। मंगलवार को कलेक्टर अवनीश शरण से मंथन सभा कक्ष में 100 सीटर कन्या छात्रावास पचपेड़ी विकासखंड मस्तुरी की छात्राओं ने मुलाकात की। उन्होंने अपनी हॉस्टल की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। कलेक्टर ने इत्मीनान के साथ उनकी समस्याएं सुनी और पंद्रह दिनों में समाधान का आश्वासन दिया। छात्राओं ने कलेक्टर को निरीक्षण के लिए छात्रावास आने का आग्रह किया। कलेक्टर ने उनके अनुरोध को स्वीकार करते हुए अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में आने और साथ में बैठकर भोजन करने का आश्वासन दिया। उन्होंने सभी छात्राओं को कैरियर मार्गदर्शन भी दिया। कलेक्टर ने छात्राओं से कहा कि मन लगाकर पूरी ताकत से पढ़ाई में ध्यान लगाएं। सफलता आपके कदम चूमेगी। आपकी हर इच्छा पूरी होगी। इधर इस बैठक के बाद जिस तरह से छात्राओं ने यू टर्न लिया है उससे यह आरोप लग रहे हैं कि उन पर प्रशासनिक दबाव बनाया जा रहा है।

