छल छल करती अरपा मनमोहन अरपा जी हां बारिश के दिनों में यही नजारा अरपा में रहता है 12 महीने में केवल चार महीने अरपा नदी में यह पानी नजर आता है जो हर किसी का ध्यान तो आकर्षित करता है हालांकि इस बार बारिश देर से हुई है जिसकी वजह से अरपा नदी में पानी भी देर से आया है लेकिन इन दोनों दोनों छोर में पातोपात बहने वाली अरपा नदी अपनी खूबसूरत छटा बिखेर रही है पानी की तेजधार मानो नदी की जो सुखी प्यास है उसे बुझाने की कोशिश कर रही है तो वही सरकार भी यहां प्रयास कर रही है कि अरपा नदी पर 12 महीने अपनी नजर आए इसके लिए नदी पर दो बैराज बनाए जा रहे हैं जिससे बारिश के पानी को पूरे समय संरक्षित रखा जा सके क्योंकि पिछले चार दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने नदियों नदियों में भराव तेजी से किया है यही वजह है कि अब अरपा भेसाझार डैम से शुक्रवार को पानी छोड़ा गया जिसके बाद शनिवार को अरपा नदी में यह पानी तेजी के साथ पहुंचा है अरपा नदी में पानी को देखने बड़ी संख्या में लोग भी नदी किनारे पहुंचे। आने वाले समय में छत्तीसगढ़ में हल्की और मध्य वर्षा कारण जारी किया गया है ।लिहाजा उम्मीद है कि आने वाले समय में अरपा का जलस्तर में और वृद्धि होगी और नदी कम से कम बारिश के दिनों में तो इसी तरह बहती नजर आएगी
