शहर को क्लीन बनाने और प्लास्टिक बोतल के कचरे से मुक्त करने बहुत सारी योजनाएं बनाई गई, बड़ी-बड़ी बातें भी की गई लेकिन इसका पालन होता नहीं दिख रहा है। तो वही बच्चों ने इसका बीड़ा उठाया है शहर को साफ रखने और मवेशियों द्वारा प्लास्टिक खाए जाने से हो रही समस्या को देखते हुए, प्लास्टिक पन्नी को इकट्ठा कर उससे चबूतरा, सजावटी समान बनाया गया हैं। और संदेश दिया है कि प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करें, शहर को क्लीन रखने में छोटे से बड़े सभी का योगदान होना चाहिए।

प्लास्टिक पर्यावरण के लिए घातक तो है ही साथ ही, इससे केमिकल का प्रभाव इंसानों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। वही मवेशी भी इसे निगल कर काल के गाल में समा रहे हैं। नुतन चौक के पास एक चबूतरा बनाया गया है, यह खाली प्लास्टिक के बोतल में पन्नी भरकर जमा कर इसका निर्माण किया गया है। ताकि इसका उपयोग बैठने आराम करने के लिए किया जा सके। एक पंथ से दो कार्य किया जा रहा है। पर्यावरण सरंक्षण के साथ बैठने आराम की व्यवस्था भी की गई हैं।

खाली बोतल प्लास्टिक को खुले में फेंक दिया जाता है, जिसे इकट्ठा कर बच्चों द्वारा विभिन्न सजावटी सामान भी बनाएं गए हैं। जिसे देखकर बच्चों के इस प्रयास की सराहाना हो रही है। यह प्रयास समाज सेवी संस्था के पहल से बच्चों द्वारा किया जा रहा है। बच्चों का कहना है कि धीरे-धीरे इसका विस्तार किया जाएगा और लोगों से भी यही अपील की जा रही है कि प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने में सहयोग करें। बच्चों ने संदेश दिया है कि प्लास्टिक की सामग्री का उपयोग कम से कम करें और यदि करते हैं तो उपयोग के बाद उसे खुले में ना फेक बल्कि उसका निर्धारित स्थानों पर ही निपटान किया जाए।


