
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज साप्ताहिक टीएल बैठक में शासन की फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि कोई स्कूल जर्जर अवस्था में है, तो उसमें कक्षा संचालन तत्काल बंद किया जाए। ऐसे स्कूलों की जानकारी तुरंत उपलब्ध कराई जाए ताकि मरम्मत हेतु राशि स्वीकृत की जा सके। साथ ही उन्होंने 5 जुलाई को होने वाले सामूहिक वृक्षारोपण कार्यक्रम की तैयारी की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को सामाजिक भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि बरसात के मौसम में जल संरक्षण और वृक्षारोपण कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत बड़े आकार के पौधे लगाने को कहा ताकि उनकी सुरक्षा में आसानी हो।

वृक्षारोपण के प्रति स्थानीय लोगों और ग्रामीणों को जोड़ने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इससे लोग अपनापन महसूस करेंगे और पौधों की देखभाल बेहतर ढंग से कर सकेंगे। बिरकोना और राजकिशोर नगर में लगभग 12 हजार पौधे रोपे जाने की योजना है। बैठक में अवैध प्लाटिंग को लेकर कलेक्टर ने कड़ा रुख अपनाते हुए उसकी रजिस्ट्री पर रोक लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला पंजीयक को स्पष्ट रूप से कहा कि अवैध कॉलोनियों की रजिस्ट्री न की जाए। इसके साथ ही आवारा पशुओं के प्रबंधन को लेकर भी अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए ताकि शहर की व्यवस्था बेहतर हो सके।

दिव्यांगजनों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु विशेष शिविरों के आयोजन का निर्णय लिया गया। कलेक्टर ने कहा कि उन्हें जिला मुख्यालय तक आने में कठिनाई होती है, इसलिए 40 से 50 ग्राम पंचायतों के बीच क्लस्टर बनाकर शिविर आयोजित किए जाएं। समाज कल्याण, जनपद पंचायत और स्वास्थ्य विभाग को आपसी समन्वय से शिविर सफल बनाने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने हिट एंड रन और आरबीसी 6-4 के लंबित प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करने को कहा। उन्होंने बताया कि अज्ञात वाहन की दुर्घटना में मृत्यु होने पर दो लाख रुपए की सहायता राशि दी जाती है, इसलिए ऐसे सभी मामलों को शीघ्र स्वीकृति के लिए भेजा जाए। इसके अलावा उन्होंने आरटीओ को निर्देशित किया कि कॉलेजों में लर्निंग लाइसेंस शिविर लगाए जाएं ताकि युवा छात्रों को लाइसेंस बनवाने में सुविधा मिल सके।