
कार्रवाई के दौरान बाजार के बाहर लगे अवैध ठेले, शेड और सड़कों तक फैले सामान को बुलडोजर की मदद से हटाया गया। नगर निगम का कहना है कि यह अतिक्रमण यातायात में बाधा डाल रहा था और पैदल चलने वालों को परेशानी हो रही थी। इस दौरान कई व्यापारियों और निगम कर्मियों के बीच तीखी बहस हुई। व्यापारियों का आरोप है कि उन्हें कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई और अचानक कार्रवाई करके उनके कारोबार को भारी नुकसान पहुंचाया गया।स्थिति तनावपूर्ण न हो, इसके लिए मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। ट्रैफिक एएसपी रामगोपाल करियारे ने कहा कि अनेकों बार समझाइश के बावजूद व्यापारियों ने मुख्य सड़कों पर कब्जा कर रखा था। ऐसे में जनहित को ध्यान में रखते हुए यह सख्त कदम उठाना जरूरी हो गया था। उन्होंने कहा कि शहर में सुचारु यातायात और लोगों की सुरक्षा हम सभी की जिम्मेदारी है।
इस कार्रवाई ने शहर में अतिक्रमण को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। प्रशासन अब सख्त मूड में नजर आ रहा है और संकेत दिए हैं कि आने वाले समय में ऐसे और अभियान चलाए जाएंगे। फिलहाल व्यापारियों की नाराजगी और प्रशासन की मुहिम के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है।