
मिस्टिंग बन्दबिलासपुर रेलवे स्टेशन पर मिस्टिंग मशीनें बंद, यात्री बेहाल भीषण गर्मी में राहत की बजाय पसीने से तर यात्री, रेलवे प्रशासन मौन बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर भीषण गर्मी के बीच यात्रियों को राहत देने वाली मिस्टिंग मशीनें अब तक चालू नहीं हो सकी हैं। तय समय सीमा 15 अप्रैल बीतने के बाद भी मशीनें बंद पड़ी हैं, जिससे यात्रियों को झुलसाती गर्मी और उमस से जूझना पड़ रहा है। पंखे भी ढंग से काम नहीं कर रहे, जिससे बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की परेशानी बढ़ गई है।रेलवे स्टेशन, जो दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का जोनल मुख्यालय है, बुनियादी सुविधाओं के लिए जद्दोजहद कर रहा है। नोजल जाम हैं, पानी की सप्लाई ठप है और मरम्मत कार्य भी समय पर पूरा नहीं किया गया।

कई बार स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने मशीनों को शुरू करने और पंखों की मरम्मत की मांग की, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।ट्रेनों की लेटलतीफी ने यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। सात-आठ घंटे तक ट्रेनों का इंतजार कर रहे यात्री गर्मी से बुरी तरह परेशान हो रहे हैं। फिलहाल स्टेशन पर यात्रियों को ‘राहत की फुहार’ नहीं, बल्कि ‘पसीने की बौछार’ झेलनी पड़ रही है, और रेलवे प्रशासन की अनदेखी यात्रियों के धैर्य की परीक्षा ले रही है।