ट्रेन आने के ठीक 5 मिनट पहले ही दोबारा अनाउंसमेंट किया गया कि अहमदाबाद सुपरफास्ट एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर दो पर आ रही है।
रेलवे की बड़ी चूक और बड़ी लापरवाही बिलासपुर जोनल स्टेशन पहुंचे यात्रियों को उस समय भारी पड़ सकती थी, जब रेलवे ने खुद अहमदाबाद सुपरफास्ट को 4 नम्बर में आने के लिए लाइन क्लियर कर अचानक ट्रेक बदलकर 2 नम्बर प्लेटफार्म कर दिया गया।
बिलासपुर रेलवे स्टेशन में उस समय अफरा तफरी का माहौल बन गया जब प्लेटफार्म नंबर 4 पर आने की बजाय अहमदाबाद सुपरफास्ट एक्सप्रेस प्लेटफार्म नम्बर 2 पर पहुंच गयी। सैकड़ों की संख्या में यात्री आनन फानन में एफओबी से भागते दौड़ते प्लेटफार्म नम्बर 2 पर पहुंचे। रेलवे की इस बड़ी चूक की वजह से बिलासपुर जोनल स्टेशन में हंगामा गया। रेलवे की बड़ी चूक और बड़ी लापरवाही बिलासपुर जोनल स्टेशन पहुंचे यात्रियों को उस समय भारी पड़ सकती थी, जब रेलवे ने खुद अहमदाबाद सुपरफास्ट को 4 नम्बर में आने के लिए लाइन क्लियर कर अचानक ट्रेक बदलकर 2 नम्बर प्लेटफार्म कर दिया।

इससे रेलवे स्टेशन से लेकर फुट ओवरब्रिज में भगदड़ मच गई। दरअसल पहले अहमदाबाद एक्सप्रेस को प्लेटफार्म नम्बर 4 पर आने का लाइन क्लियर किया गया। जिसके बाद सभी यात्री प्लेटफार्म नंबर 4 पर पहुंच गए। लेकिन ट्रेन आने के ठीक 5 मिनट पहले ही दोबारा अनाउंसमेंट किया गया कि अहमदाबाद सुपरफास्ट एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर दो पर आ रही है। यह खबर सुनते ही यात्रियों में भगदड़ मच गई। एक ही फुट ओवरब्रिज के सहारे यात्री बड़ी संख्या में प्लेटफार्म नम्बर 4 से भागते दौड़ते प्लेटफार्म नम्बर 2 पर पहुंचे। जिस तरह सैकड़ों की संख्या में यात्री एफओबी पर दौड़ रहे थे उससे निश्चित ही एफओबी पर अत्यधिक दबाव की वजह से कोई बड़ा हादसा हो सकता था हालांकि ऐसा नही हुआ।

बता दें कि इसी तरह महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड और उत्तरप्रदेश के रेलवे स्टेशनों में अचानक ट्रेनों के ट्रेक बदलने से फुट ओवरब्रिज पर यात्रियों के अत्यधिक दबाव के चलते बड़ा हादसा हो चुका है। बात की जाए बिलासपुर की तो ये स्थिति पहली बार यहां निर्मित नही हुई है। इसके पूर्व भी कई बार इस तरह के भगदड़ के हालात यहां निर्मित हो चुके हैं। इसकी जानकारी भी रेलवे के अफसरों को है बावजूद वे इस ओर गंभीरता नही दिखा रहे हैं।