
मालेगांव ब्लास्ट मामले में बड़ा निर्णय आया है। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित सभी 7 आरोपियों को कोर्ट ने बरी कर दिया है। 17 साल बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर व उनके परिवार को न्याय मिला है। इस मौके पर साध्वी प्रज्ञा का परिवार भावुक व खुश है। साध्वी प्रज्ञा की बहन उपमा सिंह इसे सत्य व हिंदुत्व की जीत व असत्य की हार बता रही हैं। उपमा सिंह ने कहा कि, साध्वी प्रज्ञा के साथ पूरे परिवार ने इन 17 वर्षों बहुत यातना झेली है। बिना निर्णय के उन्हें हर बार दोषी ठहराया गया। भगवा आतंकी तक बता दिया गया। लेकिन साध्वी प्रज्ञा शेरनी की तरह डटी रहीं। आज उनके तप तपस्या और सच्चा हिंदू होने का परिणाम मिला है। वे दोषमुक्त हुईं हैं। उपमा सिंह ने इसके साजिशकर्ताओं को ईश्वरीय सजा मिलने की बात कही है। परिवार के इन 17 वर्षों के संघर्ष,