

बिलासपुर — बिलासपुर जिले के कोरमी गांव में सड़क निर्माण को लेकर जनपद सदस्य श्याम बर्मन ने भावुक ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि जब तक यह सड़क नहीं बनेगी, वे रक्षाबंधन का त्योहार नहीं मनाएंगे। सड़क निमार्ण कार्य रुकने की वजह सरकारी भूमि पर अतिक्रमण बताई जा रही है, जो वर्षों से विवाद में फंसी है। कोरमी पंचायत भवन के सामने गुजरने वाला प्रमुख मार्ग लंबे समय से अधूरा है। जनपद सदस्य श्याम बर्मन के अनुसार, सड़क का निर्माण पंचायत स्तर पर स्वीकृत है, लेकिन एक व्यक्ति द्वारा सरकारी भूमि पर कब्जा किए जाने के कारण काम रुक गया है। पटवारी और तहसीलदार ने इसे सरकारी भूमि घोषित करते हुए अतिक्रमण हटाने का आदेश भी दिया था, परंतु कार्रवाई अधूरी रह गई।श्याम बर्मन ने जी न्यूज के माध्यम से प्रदेश और देशवासियों को संदेश देते हुए कहा कि वे वर्षों से इस सड़क निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अब वे संकल्प लेते हैं कि जब तक यह सड़क पूरी नहीं होगी, वे रक्षाबंधन पर अपनी बहनों से राखी नहीं बंधवाएंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे इसी सड़क पर टेंट लगाकर अनशन पर बैठेंगे।क्षेत्रवासियों ने भी सड़क निर्माण को लेकर अपनी पीड़ा साझा की। उनका कहना है कि 2004-05 से अब तक ग्राम पंचायत के कई प्रतिनिधि बदल चुके, लेकिन सड़क नहीं बनी। ग्रामीणों ने जनपद सदस्य के संकल्प का समर्थन किया और शासन-प्रशासन से अतिक्रमण हटाकर सड़क का निर्माण कराने की मांग की।कोरमी गांव की सरपंच सुंदरी दीनाराम ध्रुव ने कहा कि पंचायत की ओर से कोई कमी नहीं है, कमी सरकार की ओर से है। सड़क न होने से पैदल चलने वालों को भी भारी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन हमारे लिए पवित्र त्योहार है, लेकिन सड़क की समस्या इतनी गंभीर है कि इसे हल करना अब जरूरी हो गया है। ग्रामीणों ने सरकार से तत्काल कार्रवाई की अपील की है।कोरमी गांव की सड़क सिर्फ कंक्रीट और डामर का मार्ग नहीं, बल्कि यहां के लोगों के लिए उम्मीद और जुड़ाव की डोर है। रक्षाबंधन जैसे पवित्र त्योहार पर बहनों से राखी न बंधवाने का संकल्प, इस संघर्ष की गंभीरता को और गहरा कर देता है। अब ग्रामीणों की निगाहें शासन-प्रशासन के फैसले पर टिकी हैं, कि कब यह बाधा हटेगी और गांव को वह सड़क मिलेगी जिसका इंतजार दो दशकों से किया जा रहा है।