भारत देश की प्राचीन संस्कृतिक परंपरा गत खेल (दंगल) कुश्ती जो बल बुद्धि फूर्ति का खेल हैं जिसे श्री सिद्ध पीठ गिरजाबंद अखाड़ा के द्वारा संजोय रखें हैं बता दे की विगत 54 वर्षों से चली आ रही परपंरा गत साल में दो बार नाग पंचमी तथा मकर संक्रांति को भव्य रूप से कुश्ती का आयोजन किया जाता हैं जिसमें बड़ी संख्या में बालक बालिका अपने वजन समूह में दम खम दिखाते हैं इस बार नाग पंचमी के अवसर पर खेलों भारत के माध्यम से गिरजाबंद अखाड़ा समिति द्वारा कुश्ती का आयोजन किया गया था।


उक्त बिलासपुर जिले के पहलवान भाग लिए थे खेल में रेफरी की भूमिका राष्ट्रिय पहलवान पावनी यादव द्वारा निभाया गया साथ ही उस्ताद कन्हैया कहरा, शा.कन्याशाला के पीटीआई टीचर प्रमोद धीवर, सरंक्षक गजेंद्र महराज, विवेक कश्यप तथा खेलों भारत के प्रदेश संयोजक और गिरजा बंद अखाड़ा अध्यक्ष आतिश सिंह ठाकुर मुख्या कोच सागर धीवर सदस्य गण संकर राव, हर्ष पटेल, ऋषि राजपूत वा आयोजन समिति के सभी सदस्य की विषेश भूमिका रही।



