
बिलासपुर रेलवे मंडल में अब एक्सप्रेस ट्रेनों के बाद लोकल और पैसेंजर ट्रेनों में भी अज्ञात चोरों का गैंग सक्रिय हो गया है। ये शातिर चोर ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों की जेब काटने से लेकर मोबाइल और पर्स चुराने तक में माहिर हैं। आरपीएफ और जीआरपी की सक्रियता के बावजूद इनके हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि अब ये बड़ी वारदातों को भी बेधड़क अंजाम दे रहे हैं। रोजाना लोकल ट्रेनों में यात्रियों के मोबाइल, पर्स और बैग चोरी होने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे यात्रियों में दहशत का माहौल है।ताजा मामला बिलासपुर से परीक्षा दिलाकर लौट रही एक परीक्षार्थी का है। बाराद्वार निवासी रागनी राम अपने माता-पिता के साथ झारसुगुड़ा गोंदिया लोकल ट्रेन में सफर कर रही थी। वे सभी बिलासपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो से ट्रेन में सवार हुए थे। सफर के दौरान ट्रेन में ही अज्ञात चोरों ने उनके बैग से करीब साढ़े चार लाख रुपये कीमती सोने के गहने पार कर दिए। चोरों ने बैग की चैन खोलकर इतनी सफाई से वारदात को अंजाम दिया कि किसी को भनक तक नहीं लगी।पीड़ित परीक्षार्थी रागनी राम अपने पिता रामेश्वर राम और मां के साथ सीधे जीआरपी थाने पहुंची और मामले की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि ट्रेन में सफर करते समय ही चोरों ने बैग को निशाना बनाया। फिलहाल जीआरपी ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही सीसीटीवी फुटेज और संदेहियों से पूछताछ कर चोरों की धरपकड़ की जाएगी।यात्रियों की लगातार हो रही इस तरह की वारदातों ने रेलवे सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। यात्री खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। आमजन और यात्री संगठनों की मांग है कि रेलवे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां ट्रेन और स्टेशन पर गश्त बढ़ाएं, ताकि यात्रियों की जान-माल की हिफाजत सुनिश्चित हो सके। यात्रियों की सुरक्षा अब रेलवे के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है।