
बिलासपुर शहर ही नहीं बल्कि उससे लगे सिरगिट्टी इलाके में इन दिनों भीषण पेयजल संकट गहराया हुआ है। नगर निगम के वार्ड क्रमांक 11 सिरगिट्टी के लोग टैंकरों से पानी लेने को मजबूर हैं और हर रोज पानी की एक-एक बूंद के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि इस वार्ड की पार्षद केसरी इंगोले खुद एमआईसी में जल विभाग की जिम्मेदारी संभाल रही हैं, लेकिन अपने ही वार्ड के लोगों को पानी की समस्या से निजात दिलाने में नाकाम साबित हो रही हैं।

हमारे कैमरे में कैद इन तस्वीरों में देख सकते हैं कि किस तरह छोटे-छोटे बच्चे अपने परिजनों के साथ टैंकरों के पास भीड़ में धक्कामुक्की करते दिख रहे हैं। लोग घंटों लाइन में खड़े होकर टैंकर से पानी भरने को मजबूर हैं। ये हालात पिछले 20 सालों से गर्मियों में सिरगिट्टी के लोगों की किस्मत बन चुके हैं।क्षेत्रवासियों का कहना है कि सरकारें बदलीं, विधायक बदले, पार्षद बदले लेकिन सिरगिट्टी की किस्मत नहीं बदली। हर साल गर्मियों में यही हालात होते हैं और जिम्मेदार सिर्फ आश्वासन देकर चले जाते हैं। इस बार लोगों का गुस्सा सड़कों पर दिखने लगा है।टैंकर से पानी भरते लोगों ने शासन-प्रशासन और पार्षद केसरी इंगोले पर जमकर गुस्सा निकाला।

लोगों का कहना है कि जो अपने ही वार्ड की पेयजल समस्या का समाधान नहीं कर सकी, वो पूरे शहर की जल समस्या क्या सुलझाएगी।लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द स्थायी समाधान नहीं हुआ तो निगम मुख्यालय और जल विभाग का घेराव किया जाएगा। क्षेत्रवासी अब सिर्फ आश्वासन नहीं, बल्कि ठोस समाधान चाहते हैं ताकि आने वाले समय में गर्मियों में उन्हें पानी के लिए दर-दर न भटकना पड़े। लोगों ने निगम से मांग की है कि सिरगिट्टी समेत अन्य पेयजल संकटग्रस्त इलाकों में स्थायी योजना बनाई जाए ताकि हर साल की ये परेशानी खत्म हो सके। टैंकर से पानी देना स्थायी समाधान नहीं है,बल्कि सिरगिट्टी क्षेत्रवासी वैकल्पिक व्यवस्था चाहती है।