सड़क हादसों में घायलों की जान बचाने वाले योद्धाओं को बिलासपुर पुलिस अधीक्षक ने मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। साथ ही सभी से अपील भी किया गया है कि दुसरो को भी सड़क हादसों में घायलों की जान बचाने प्रोत्साहित करें।
सोमवार को बिलासपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बिलासपुर एसपी रजनेश सिंह के द्वारा सड़क हादसों में घायलों की मदद करने वाले और उनकी जान बचाने वाले नेक इंसानों को मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही सत्यम चौकी स्थित यातायात कार्यालय के बाहर सम्मानित हुए सभी नेक इंसानों की तस्वीर भी प्रसिध्दि की दीवार पर लगाने की बात कही गई।पुलिस का मानना है कि पुलिस विभाग की ओर से ऐसे योद्धाओं का अगर मनोबल बढ़ाया जाएगा तो इससे अन्य लोग भी प्रोत्साहित होंगे साथ ही साथ जिन की तस्वीर प्रसिद्धि की दीवार में लगाई जाएगी वे लोग दूसरों को सड़क हादसों में घायलों की जान बचाने के लिए अपील भी करेंगे। इसी उद्देश्य के साथ बिलासपुर एसपी के नेतृत्व में अलग-अलग सड़क हादसों में घायल होने वाले घायलों की जिन 10 लोगों ने जान बचाई है उन सभी का विशेष सम्मान किया गया।सभी नेक इंसान एसपी के हाथों सम्मानित होकर खुद को बड़ा ही गौरान्वित महसूस कर रहे है। इन लोगों का कहना है कि जिस तरह पुलिस विभाग ने उनका सम्मान किया है उनके पास इसे बयान करने कोई शब्द नही। फिर भी सभी ने आम जनों से अपील की है कि आप भी सभी आगे आइये, घायलों की जान बचाकर नेक इंसान बनिये और एसपी के हाथों अवार्ड पाइए।



गौरतलब है कि शहर के आसपास सहित अंचल भर के ऐसे भी क्षेत्र में सड़क हादसे होते हैं जहां तत्काल पुलिस या फिर एंबुलेंस का पहुंच पाना संभव नहीं होता। ऐसी स्थिति में यदि कोई राहगीर उनकी मदद कर घायलों की जान बचाता है तो ना केवल उनका विशेष सम्मान किया जाएगा, बल्कि यातायात कार्यालय के बाहर प्रसिद्धि की दीवार में उनकी तस्वीर भी लगाई जाएगी। आज के युग में कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई है, लोग यही सोचते हैं कि यदि किसी की जान बचाई जाए या फिर आपातकालीन स्थिति में किसी की मदद की जाए तो उन्हें पुलिस और कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने पड़ेंगे।लेकिन अब ऐसा नहीं है अब ऐसा करने वाले योद्धाओं का ना केवल विशेष तरह से सम्मान किया जाएगा बल्कि पुलिसिया कार्यवाही के दौरान उनके नाम और पहचान भी गोपनीय रखी जाएगी।
