
बिलासपुर : एशिया के सबसे बड़े पावर प्लांट्स में शुमार और ‘नौ रत्नों’ में शामिल बिलासपुर के सीपत स्थित NTPC प्लांट से एक बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। बुधवार को यूनिट नंबर-5 में मेंटेनेंस के दौरान प्री-एयर हीटर का प्लेटफॉर्म अचानक टूट गया, जिससे वहां काम कर रहे 6 मजदूर लगभग 68 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर पड़े। इस दर्दनाक हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हैं ये तस्वीरें हैं बिलासपुर जिले के सीपत स्थित NTPC पावर प्लांट की, जहां बुधवार सुबह 9 बजे यूनिट-5 में मेंटेनेंस का कार्य चल रहा था। प्री-एयर हीटर के प्लेटफॉर्म पर मजदूर लोहे के भारी एंगल रख रहे थे। तभी अचानक वह प्लेटफॉर्म भरभराकर गिर गया। प्लेटफॉर्म पर 6 मजदूर मौजूद थे, जो सीधा लगभग 68 फीट नीचे फर्श पर आ गिरे। हादसे में पोड़ी गांव निवासी 25 वर्षीय श्याम साहू की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल प्रताप सिंह ने गुरुवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अन्य घायल मजदूरों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।मौके पर पहुंचे मजदूरों और प्रत्यक्षदर्शियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जिस प्लेटफॉर्म पर कार्य हो रहा था, उस पर क्षमता से अधिक वजन डाला गया था। इतना ही नहीं, प्लेटफॉर्म की कमजोरी को लेकर पहले ही उच्च अधिकारियों को जानकारी दे दी गई थी, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया।अब इस हादसे के बाद NTPC प्रबंधन की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।फिलहाल बड़ा सवाल यह है कि क्या एशिया के इतने बड़े और प्रतिष्ठित पावर प्लांट में मजदूरों की सुरक्षा प्राथमिकता में नहीं है।जब पहले से प्लेटफॉर्म की कमजोरी की जानकारी थी, तो सुध लेने की बजाय अनदेखी क्यों की गई।क्या जानबूझकर खतरे को न्योता नहीं दिया गया।यह हादसा न केवल दो मजदूरों की जान ले गया, बल्कि औद्योगिक सुरक्षा मानकों और जिम्मेदारी के पूरे सिस्टम को कटघरे में खड़ा कर गया है।