सोंठी के जंगल से दंतैल हाथी दो दिन पहले गरगज पहाड़ की तरफ आगे बढ़ा और कुछ किलोमीटर जाने के बाद गायब हो गया था। रविवार को वह लिम्हा के नाकापारा के पास नजर आया, इससे ग्रामीण दहशत में हैं। वे रतजगा कर रहे हैं, ताकि रात में फिर हाथी खेतों या बस्ती की ओर ना घुसें। अब गजराज के वहां से बांका होते हुए पाली की और जाने की पुष्टि वन विभाग ने की है।

सोमवार को हाथी के पैरों के निशान बांका के जंगलों से होते हुए मुंगाडीह के बगई नाला में देखने को मिला है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हाथी का लगातार पीछा किया जा रहा है। फुट प्रिंट भी मिला है। मौके पर रहकर टीम भी लगातार नजर रख रही है। इसके साथ ही मुनादी भी कराई है और ग्रामीणों को सतर्क किया गया है। बहरहाल इस दंतैल हाथी ने फसलों के अलावा किसी अन्य को नुकसान नही पहुँचाया है।