

बिलासपुर :- अचानक बारिश थमते ही बिलासपुर की जर्जर और उधड़ी सड़कों से धूल का गुबार उड़ना शुरू हो गया है। जूना बिलासपुर की सड़कें इसकी सबसे बड़ी मिसाल हैं, जहां दिन-रात उड़ती धूल से सांस के मरीजों की हालत खराब हो रही है। तेज रफ्तार वाहन गुजरते ही हवा में धूल का घना बादल छा जाता है, खासकर रात के समय धूल की मात्रा और भी बढ़ जाती है।यह समस्या सिर्फ जूना बिलासपुर तक सीमित नहीं है, बल्कि शहर के अधिकांश हिस्से इसकी चपेट में हैं। लंबे समय से सड़कों की मरम्मत न होने और विकास कार्यों के ठप पड़ने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। कभी स्वच्छता में देशभर में दूसरा स्थान पाने वाला बिलासपुर, अब अपनी टूटी सड़कों और उड़ती धूल के कारण ‘अस्थमापुर’ के नाम से चर्चा में है।स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन ने सड़कों के निर्माण और मरम्मत पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। धूल से राहत के लिए न पानी का छिड़काव हो रहा है और न ही मरम्मत की कोई योजना दिखाई दे रही है।