
बिलासपुर:- बिलासपुर के बेलगहना-खोंगसरा क्षेत्र में हिरण की संदिग्ध मौत और वन विभाग की लापरवाही अब जांच के घेरे में है। 26 जुलाई को खोंगसरा क्षेत्र में एक हिरण का शव मिला, जिसे बिना जांच के जलाने की कोशिश की गई। ग्रामीणों के विरोध पर शव को वापस लाया गया, लेकिन अगले दिन रेंजर देवसिंह मरावी की मौजूदगी में खुले में पोस्टमार्टम कर पेट्रोल डालकर शव को जला दिया गया।यह कार्रवाई वन्यप्राणी संरक्षण नियमों का सीधा उल्लंघन मानी जा रही है। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि शिकार की आशंका को छिपाने के लिए यह जल्दबाजी में अंतिम संस्कार किया गया। मामले में लापरवाही मानते हुए एसडीओ ने रेंजर समेत दो वनरक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।सूत्रों के मुताबिक, वन विभाग के नियमों के अनुसार मृत वन्यप्राणियों का पोस्टमार्टम निर्धारित स्थान और प्रक्रिया से होना चाहिए, लेकिन यहां नियमों को दरकिनार कर खुले में यह कार्य किया गया। पेट्रोल डालकर शव को जलाने की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं।एसडीओ ने दोनों से पांच दिन में जवाब मांगा है। तय समय में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विभागीय कार्रवाई की संभावना है। फिलहाल पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है और शिकार की आशंका के सभी पहलुओं की छानबीन की जा रही है।