विडंबना है कि 21वीं सदी में भी लोग जादू टोने पर यकीन करते हैं और भयावह सच है यह है कि इसी यकीन पर वे किसी की जान लेने से भी नहीं हिचकते। भाटापारा थाना क्षेत्र के कसडोल में जादू टोने की ऐसे ही लोमहर्षक कहानी सामने निकल कर आई है। ग्राम छरछेद में दो महिला एक पुरुष और 11 माह के अबोध बालक की हत्या कर दी गई थी। पुलिस को शक था कि जादू टोना के संदेह में ही इस अपराध को अंजाम दिया गया होगा । कसडोल गिधौरी पुलिस गांव में पहुंची तो घटनास्थल पर चार लाश पड़ी थी, जिन पर बेरहमी से प्रहार किए गए थे ।पुलिस ने जांच और पूछताछ के बाद संदेहियों को गिरफ्तार किया तो पता चला कि गांव में ही रहने वाले एक ही परिवार के घर की बच्ची की तबीयत काफी दिनों से खराब थी और उन्हें शक था कि पड़ोसी परिवार जादू टोना करता है। इसी शक में आवेश में आकर पांच लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से 34 वर्षीय चेतराम, 26 वर्षीय जमुना बाई, 30 वर्षीय यशोदा बाई और 11 माह के यश पर पत्थर तोड़ने के हथौड़े से वार कर उनकी निर्मम हत्या कर दी। इस जगन्नाथ हत्याकांड के आरोप में पुलिस ने मृतकों के पड़ोसी ग्राम छरछेद , कसडोल निवासी 60 वर्षीय रामनाथ, 20 साल के दीपक, 18 साल के दिल कुमार और 50 साल की ललिता बाई के अलावा एक नाबालिग किशोरी को भी गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने आवेश में आकर मासूम अबोध बालक को भी नहीं छोड़ा और इस अपराध में एक नाबालिग भी शामिल है । इसी से समझ सकते हैं कि उनके दिमाग पर अंधविश्वास किसी तरह से हावी है।
