चिकित्सकिय लापरवाही का हैरान करने वाला उदाहरण सामने मौजूद है। पिछले डेढ़ साल से न्याय की तलाश में परिवार भटक रहा है। एक बार फिर दिव्यांग शिशु के माता-पिता न्याय की गुहार लगाने कलेक्टर के पास पहुंचे। मनेंद्रगढ़, चिरमिरी के जनकपुर में रहने वाले सुखीराम फॉरेस्ट गार्ड है। उन्होंने अपनी पत्नी की डिलीवरी सिम्स अस्पताल में कराया। जहां बच्चों के हाथ में मामूली घाव हुआ चिकित्सकों की लापरवाही के चलते मासूम का घाव गैंगरीन में तब्दील हो गया और हथेली के ऊपर तक फैल गया। जिसके कारण बच्चे का एक हाथ काटना पड़ा। बिलासपुर के सिम्स अस्पताल प्रबंधन पर गलत इलाज करने और उस कारण से बच्चे के अपाहिज होने की शिकायत लेकर माता-पिता सिटी कोतवाली थाने और एसपी ऑफिस का भी चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन बात नहीं बनी। जिसके बाद उन्होंने कलेक्टर से मिलकर भी इसकी शिकायत की थी।

कलेक्टर ने जांच और कार्यवाही का भरोसा दिलाया था सोमवार को जब परिवार दोबारा कलेक्टर से मिलने आए तो कलेक्टर द्वारा जांच में कुछ नहीं पाने की बात कही गई। लेकिन पीड़ित परिवार यह दावा कर रहा है कि उनके पास सारे सबूत हैं सिम्स प्रबंधन के खिलाफ बच्चे की माता ने कहा ना तो दोषियों पर कार्रवाई हुई और ना ही हमे मुआवजा मिला, उचित कार्यवाही नहीं मिलने के कारण पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाने की बात कही।