
विश्व बैंक समर्थित भारत सरकार की रैम्प योजना के तहत प्रार्थना भवन, खारंग जल संसाधन परिसर में जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र बिलासपुर द्वारा उद्योग एवं बैंकर्स कनेक्ट कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य एमएसएमई को हरित बनाने, ऋण व बाजार तक पहुंच आसान करने, विलंबित भुगतान के समाधान और साझेदारों के साथ संवाद स्थापित करना रहा।जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के मुख्य महाप्रबंधक सी.आर. टेकाम ने औद्योगिक नीति 2024-30 के तहत प्रावधान, अनुदान, रियायतें और अन्य सुविधाओं की जानकारी दी। राज्य स्तरीय विशेषज्ञ योगेश शर्मा और भूषण ने रैम्प और पीएमएफएमई योजनाओं का विस्तृत विवरण देते हुए बैंकर्स से अधिकतम सहयोग का आग्रह किया। प्रमुख बैंकों के प्रतिनिधियों ने ऋण सुविधाओं और वित्तीय योजनाओं की जानकारी दी।कार्यक्रम में भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक और लीड बैंक अधिकारी दिनेश उरांव ने लंबित प्रकरणों के शीघ्र निपटारे और लक्ष्य पूर्ति का आश्वासन दिया। सफल उद्यमी पुरुषोत्तम अग्रवाल ने छोटे पैमाने से बड़े उद्योग तक की यात्रा और चुनौतियों को साझा किया। करीब 50 प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से प्रश्नोत्तर में भाग लिया, जिससे कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न हुई।