अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय का पांचवा दीक्षांत समारोह 31 अगस्त को विश्वविद्यालय प्रांगण में आयोजित होगा, इसमें मुख्य अतिथि के रूप में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश प्रशांत कुमार मिश्रा उपस्थित रहेंगे तो वही अध्यक्षता छत्तीसगढ़ के राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुल अधिपति रमेन डेका जबकि अति विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री विष्णु देवशय उपस्थित रहेंगे। गुरुवार को पत्रकार वार्ता में संबोधित करते हुए अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय के कुलपति एडीएन वाजपेई ने कार्यक्रम की जानकारी दी।

2012 में स्थापित अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय में पांचवा दीक्षांत समारोह 31 अगस्त को होने जा रहा है ,इसकी तैयारी अंतिम चरण में है। इसे लेकर कुलपति ने पत्रकारों से चर्चा की, समारोह में केंद्र राज्य मंत्री तोखन साहू सहित जिले के विधायक गण मौजूद रहेंगे इस समारोह में सत्र 2022-23 के विभिन्न संकायों में प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कुल 64 विषयों के विद्यार्थियों को कुल 92 स्वर्ण पदक दिए जाएंगे, जिनमें 28 दानदाताओं द्वारा प्रदत्त स्वर्ण पदक भी शामिल है। इसके अलावा 48 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि भी प्रदान की जाएगी। सभी संकायो से उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की कुल संख्या लगभग 35,291 है। इसके अलावा अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय प्रदेश का प्रथम विश्वविद्यालय हैं जिनमें 2 से 10 मेरिट लिस्ट में आने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इसके अलावा विश्वविद्यालय ने मानद उपाधि के लिए भी तीन लोगों को इससे नवाजने का फैसला किया है।

विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाला दीक्षांत समारोह हर विद्यार्थी के लिए गौरव का क्षण होता है। ऐसे में शनिवार को आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह को विद्यार्थियों के लिए भी बेहतर और उनके जीवन का यह स्वर्णिम काल माना जा रहा है। गुरुवार को विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति अचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेई ने प्रेस वार्ता के दौरान समस्त जानकारी देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय का यह दीक्षांत समारोह इस बार इनोवेशन पर आधारित है, और पूरे सप्ताह भर विभिन्न कार्यक्रम भी इसमें आयोजित किये जा रहे हैं जिसमें विद्यार्थियों को विकसित भारत से जोड़ने की एक पहल भी हो रही है।
