
बिलासपुर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर परिसर में आयोजित कार्यकर्ता विकास वर्ग–प्रथम मध्य क्षेत्र का भव्य समापन हुआ। इस 21 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में मध्य क्षेत्र के 308 स्थानों से कुल 382 स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया। वर्ग में छात्र, व्यवसायी, अधिकारी, चिकित्सक, अधिवक्ता जैसे विभिन्न पृष्ठभूमि के स्वयंसेवकों ने अनुशासन एवं सेवा भाव के साथ प्रशिक्षण प्राप्त किया।

कार्यक्रम में वर्ग कार्यवाह विक्रम सिंह ने प्रशिक्षण की रूपरेखा साझा करते हुए बताया कि वर्ग प्रातः 4:15 से प्रारंभ होकर रात्रि 10:15 तक चला, जिसमें शारीरिक, बौद्धिक, श्रम साधना तथा सेवा कार्यों से संबंधित सत्रों का संचालन किया गया। सेवा, संपर्क और प्रचार विभागों को गहराई से समझने और उनके कार्यों में दक्षता प्राप्त करने हेतु विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया।

वर्ग समापन समारोह में छत्तीसगढ़ के सेवानिवृत्त राज्यपाल डॉ. उस्मान कन्होजे ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने संघ के कार्यों को अपने जीवन का ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा कि भारत को विश्वगुरु बनाने की दिशा में युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी वर्ग का मुख्य आकर्षण रही, जिसमें सेवा, पर्यावरण संरक्षण, कागज रहित निर्माण एवं प्लास्टिक उन्मूलन जैसे विषयों पर जनजागरूकता दिखाई गई।

पर्यावरण दिवस के अवसर पर सभी शिक्षार्थियों ने पौधारोपण कर प्रकृति संरक्षण का संकल्प लिया। कार्यक्रम के अंतिम सत्र में संघ के अखिल भारतीय सह वैद्यकीय प्रमुख दीपक विस्पुते ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए “एक श्रेष्ठ भारत, दिव्यविभूति भारत, समरस भारत, समृद्ध भारत” के निर्माण में सहभागी बनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि समाज जागरण से ही राष्ट्र का उत्कर्ष संभव है और इसके लिए युवाओं को नेतृत्व की भूमिका निभानी होगी।