
सोमवार से छत्तीसगढ़ में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो गई ऐसे में छत्तीसगढ़ में सुबह स्कूलों में फिर से चहल-पहल नजर आई तो वही शासन के द्वारा पहले दिन सभी जिलों में शाला उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया बिलासपुर में भी सरकंडा पीएम श्री सेजस उच्चतर माध्यमिक शाला में जिला शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू और उपमुख्यमंत्री अरुण साव शामिल हुए।

लगभग डेढ़ महीने की छुट्टी के बाद फिर से एक बार स्कूल गुलजार नजर आए दरअसल सोमवार से छत्तीसगढ़ में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो गई हालांकि पहले दिन स्कूलों में शिक्षा की शुरुआत तो नहीं हुई लेकिन सभी स्कूलों में शाला प्रवेश उत्सव जरूर मनाया गया बिलासपुर में जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन सरकंडा स्थित पीएम श्री सेजस उच्चतर माध्यमिक शाला में किया गया इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू और उपमुख्यमंत्री अरुण साव के साथ बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला और बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक उपस्थित रहे

इस मौके पर अतिथियों ने शाला प्रवेश उत्सव के तहत नव प्रवेशी छात्राओं का जहां फूल माला से स्वागत किया तो वहीं उन्हें गणवेश के साथ पाठ्य पुस्तक की सामग्री प्रदान की इस मौके पर सरस्वती साइकिल योजना के तहत छात्राओं को साइकिल का वितरण भी किया गया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहां की मौजूदा समय में छत्तीसगढ़ में शिक्षा में सुधार की बेहद आवश्यकता है यही वजह है कि अब छत्तीसगढ़ में शिक्षा प्रणाली को सुधारने की दिशा में काम हुआ है युक्ति युक्त करण इसी दिशा में एक पल है पिछले कुछ समय में छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था में सुधार भी देखने को मिला है।

इस मौके पर केंद्र राज्य मंत्री तोखन साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन के साथ केंद्र सरकार भी शिक्षा में बदलाव के लिए लगातार प्रयास कर रही है यही वजह है कि अब स्कूलों को भी नया स्वरूप देने की कोशिश हुई है आने वाले समय में छत्तीसगढ़ में शिक्षा बेहतर होगी। कार्यक्रम में स्कूल के विद्यार्थियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति दी गई इसके अलावा अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया गया।

स्कूल का पहला दिन हर विद्यार्थी के लिए बेहद खास रहा पहले दिन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या भी काफी अच्छी नजर आई शाला प्रवेश उत्सव के माध्यम से विद्यार्थियों का स्वागत भी किया गया तो वहीं अब स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियां भी प्रारंभ हो जाएगी हालांकि इस भीषण गर्मी को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन ने 21 जून तक सुबह 7:00 से 11:00 तक स्कूलों के संचालन करने के निर्देश दिए हैं जिसके बाद अपने निर्धारित समय से स्कूल संचालित होगी इस मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ स्कूलों के शिक्षक शिक्षिका बड़ी संख्या में मौजूद थे।