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Monday, June 30, 2025
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फर्जी डॉक्टर नियुक्ति मामले में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने अपोलो प्रबंधक से की बातचीत…

दमोह जिले के जिला अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट नरेंद्र विक्रमादित्य यादव पर फर्जी डॉक्टर होने का मामला सामने आया है। पूर्व में या अपोलो अस्पताल में भी अपनी सेवाएं दे चुका है। ऐसे में अब अपोलो प्रबंधन पर भी सवाल उठ रहे हैं। बिहार का मंगलवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल अपोलो पहुंचा और इन्होंने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की मेडिकल हिस्ट्री के साथ अन्य मामलों में भी पूरी रिपोर्ट अपोलो प्रबंधन से मांगी है इसके साथ ही कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने सरकंडा थाने में प्राथमिक सूचना भी दर्ज कराई है। फर्जी डॉक्टर नरेंद्र विक्रम आदित्य के मामले में बिलासपुर में भी अब मामला बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए अपोलो अस्पताल पहुंचा । प्रतिनिधि मंडल में मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया,जिला कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष विजय केशवानी पूर्व तखतपुर विधायक रश्मि आशीष सिंह ठाकुर पूर्व बिल्हा विधायक सियाराम कौशिक सहित कांग्रेस संगठन के आल्हा नेता मौजूद थे। इस दौरान सभी ने अपोलो के उच्च अधिकारियों से चर्चा करते हुए बताया कि अपोलो हॉस्पिटल में फर्जी डॉक्टर की नियुक्ति किस तरह से हो गई । यह जांच का विषय है क्योंकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की सर्जरी के बाद 15 से 20 दिनों में मृत्यु हो गई थी यही वजह है कि अब इस डॉक्टर की चिकित्सा पद्धति पर सवाल खड़े हो रहे हैं प्रतिनिधिमंडल ने अपोलो प्रबंधक से चर्चा करने के बाद बताया कि जिस डॉक्टर ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष का ऑपरेशन किया था उसके पास ना तो डिग्री थी ना कोई रिकॉर्ड है लिहाजा चर्चा करने के बाद प्रतिनिधिमंडल ने सरकंडा थाने में अपोलो अस्पताल के अध्यक्ष एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर,उनके रीजनल हेड के साथ सीईओ के खिलाफ प्राथमिक दर्ज करने की मांग की है इस दौरान कांग्रेस पार्टी मंडल के प्रमुख विजय केसरवानी ने अपोलो प्रबंधन से अब तक कितने ऑपरेशन इस डॉक्टर ने की है इसकी सभी की जानकारी उन्होंने मांगी है वही प्रबंधन को सप्ताह भर का वक्त दिया गया है नहीं तो कांग्रेस अपने स्तर पर प्रदर्शन करेगी। इस संबंध में अपोलो प्रबंधन की ओर से प्रवक्ता दिवेश गोपाल ने बताया कि क्योंकि मामला कई वर्षों पुराना है लिहाजा जो भी मांगे कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के द्वारा मांगी गई है वह सभी जानकारी उन्हें उपलब्ध करा दी जाएगी । वही मामले की जांच की जो भी पत्र की मांग शासन के द्वारा की जाएगी वह उपलब्ध कराया जाएगा। इस संबंध में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मामले की पूरी जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसे पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूरे मामले पर मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मामले को लेकर पहले ही अपोलो प्रबंधन को नोटिस भेजा जा चुका है और जवाब देने को कहा गया है। अगर मामले में कोई भी लापरवाही होगी तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मामला बेहद गंभीर है क्योंकि अब अपोलो प्रबंधन सवालों के घेरे में है। फर्जी डॉक्टर नियुक्ति का मामला अपोलो के लिए गंभीर सवाल बनते जा रहा है। धीरे-धीरे अब मामला राजनीतिक रंग भी लेने लगा है और अपोलो के लिए इससे पार पाना मुश्किल होता नजर आएगा। ऐसे में अब जरूरी है कि जल्द से जल्द अपोलो प्रबंधन मांगी गई समस्त जानकारी को शासन को उपलब्ध करा दे वरना आने वाले समय में अपोलो प्रबंधन की मुश्किल बढ़ सकती है।

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