
बिलासपुर जिले की एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गीतांजली पांडेय ने राजेन्द्र नगर सेक्टर की सुपरवाइजर रानू जाजोदिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह क्षेत्र की कार्यकर्ताओं के साथ अमानवीय व्यवहार करती हैं। इस संबंध में गीतांजली ने संबंधित विभाग और अधिकारियों को शिकायत सौंपते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है। गीतांजली पांडेय का कहना है कि सुपरवाइजर द्वारा कार्यकर्ताओं पर मानसिक दबाव बनाया जाता है। ड्यूटी समय के बाद बार-बार मीटिंग बुलाना, स्वीकृत अवकाश नहीं देना, बिना कारण नोटिस थमाना और यहां तक कि गड्ढे खुदवाने जैसे काम करवाना आम हो गया है। कार्यकर्ता इस व्यवहार से मानसिक तनाव और अपमान का अनुभव कर रहे हैं। उन्होंने एक दर्दनाक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि एक महिला कार्यकर्ता की मां ICU में भर्ती थीं, लेकिन सुपरवाइजर ने उसे छुट्टी नहीं दी। परिणामस्वरूप, वह अपनी मां से अंतिम बार नहीं मिल सकी और उनकी मृत्यु हो गई। यह घटना कार्यकर्ताओं के बीच गहरे आक्रोश का कारण बनी है। इसके अलावा एक और मामले में, कैंसर से पीड़ित एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को अंतिम समय तक काम पर लगाया गया, लेकिन उसे उसका मानदेय तक नहीं दिया गया। यह प्रशासनिक लापरवाही और संवेदनहीनता का स्पष्ट उदाहरण है, जो कार्यकर्ताओं की गरिमा और अधिकारों का उल्लंघन करता है। कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि जो सुपरवाइजर वर्षों से एक ही स्थान पर पदस्थ हैं, उनका तत्काल स्थानांतरण किया जाए। इससे कार्यकर्ताओं पर हो रहे दबाव और शोषण से राहत मिलेगी और वे बेहतर मनोबल के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकेंगी। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को विवश होंगे।