बिलासपुर के तोरवा क्षेत्र में पागल कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में, पागल कुत्तों ने 40 से अधिक लोगों को काटा, जिनमें 8 मासूम बच्चे भी शामिल हैं। इनमें से 3 बच्चों की हालत गंभीर है और उन्हें सिम्स और निजी अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है। मासूम बच्चों के हाथ, पैर और सिर पर काटने के गंभीर निशान देखे जा सकते हैं। देवरीखुर्द, ललखदान और सफेद खदान जैसे इलाकों में पागल कुत्तों का आतंक बना हुआ है, जिससे स्थानीय लोग चिंतित हैं और घर से बाहर निकलने में डर रहे हैं।नगर निगम ने इस समस्या से निपटने के लिए डॉग रेस्क्यू अभियान शुरू किया है, लेकिन इसके बावजूद कुत्तों के आतंक पर कोई विशेष असर देखने को नहीं मिल रहा है। सिम्स के अधीक्षक डॉ. एसके नायक ने बताया कि अस्पताल में रेबीज के मरीजों की संख्या बढ़ रही है और सभी आवश्यक दवाइयां उपलब्ध हैं। हालांकि, नगर निगम के प्रयासों की कमी के कारण समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। अब यह देखना होगा कि नगर निगम इस गंभीर मुद्दे को लेकर कब तक गंभीर कदम उठाती है।



