
बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर गर्मी से हाल बेहाल है। तपती धूप, लू और उमस से यात्री झुलस रहे हैं, लेकिन राहत के इंतज़ाम न के बराबर हैं। प्लेटफॉर्म पर छांव नहीं, पंखे नहीं और न ही पीने के पानी की सही व्यवस्था। जिम्मेदार सिर्फ़ आश्वासन दे रहे हैं और यात्री बेहाल हैं।बिलासपुर रेलवे स्टेशन जहां रोजाना हजारों लोग पहुंचते हैं, वहां तापमान 42 डिग्री के पार है। प्लेटफॉर्म्स पर तपता लोहे का शेड और बंद पड़े पंखों ने यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है। न छांव है, न हवा बस गर्मी और इंतजार की तपिश है।बिजली की आंखमिचौली और पीने के पानी की किल्लत ने हालात और बदतर कर दिए हैं। जनरल टिकट काउंटर से लेकर प्रतीक्षालय तक, हर जगह अव्यवस्था हावी है। कई यात्रियों ने सवाल उठाए कि जब मौसम विभाग पहले ही लू का अलर्ट देता है, तो रेलवे हर बार नाकाम क्यों रहता है?रेलवे की लेटलतीफी ने यात्रियों की मुसीबतें दोगुनी कर दी हैं। गर्म प्लेटफॉर्म पर घंटों ट्रेनों का इंतजार यात्री मजबूरी में कर रहे हैं। ट्रेनें देर से चल रही हैं और डिब्बों में भी गर्मी से राहत का कोई इंतजाम नहीं।बिलासपुर जैसे बड़े स्टेशन की ये हालत देख सवाल उठता है कि क्या हर बार यात्रियों को बेहाल होने के बाद ही प्रशासन जागेगा? गर्मी से राहत सिर्फ़ आश्वासन में नहीं, ठोस इंतज़ामों में दिखनी चाहिए वरना हर साल यही तपिश दोहराई जाती रहेगी।