
सुशासन तिहार अभियान में लगभग 2 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं जो कि अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा सामने आ रहा है जिम लगभग 90% मांग के आवेदन प्राप्त हुए हैं इन आवेदनों में से सबसे अधिक 53 हजार आवेदन प्रधानमंत्री आवास योजना से संबंधित हैं, जो यह दर्शाता है कि बड़ी संख्या में लोगों को आवास की आवश्यकता है और वे इस योजना से लाभान्वित होना चाहते हैं। जिला कलेक्टर अवनीश शरण ने इस अभियान को गंभीरता से लेते हुए सभी संबंधित विभागों और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे प्रत्येक आवेदन का गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ अध्ययन करें। उन्होंने स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री स्वयं इस अभियान पर नजर बनाए हुए हैं और मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा इसकी निगरानी की जा रही है

कलेक्टर ने टीएल बैठक में अधिकारियों से कहा कि सभी आवेदनों का 15 दिनों के भीतर गुणवत्तापूर्ण निराकरण अनिवार्य रूप से किया जाए।उन्होंने कहा कि जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। इसी उद्देश्य से सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे समयबद्ध तरीके से, जांच के पश्चात उचित समाधान प्रस्तुत करें ताकि लोगों को राहत मिल सके। इस दौरान यह भी उल्लेखनीय है कि जिले में शासन और प्रशासन के बीच संवाद को सशक्त बनाने की दिशा में सुशासन तिहार एक सशक्त माध्यम बनकर उभरा है।

जनता से सीधे संपर्क स्थापित कर उनके मुद्दों को सुनना और तत्काल समाधान की दिशा में कार्य करना शासन की जवाबदेही और पारदर्शिता को दर्शाता है।सुशासन तिहार के माध्यम से प्राप्त आंकड़े न केवल प्रशासन की सक्रियता को दर्शाते हैं, बल्कि यह भी स्पष्ट करते हैं कि जनता को शासन से अपेक्षा है और वे योजनाओं के प्रति जागरूक हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इन आवेदनों के निराकरण में कितनी तेजी और पारदर्शिता लाता है।