जहां एक तरफ कलेक्टर द्वारा यह निर्देश दिया जा रहा है कि हर स्कूल के बाहर से गुटका के दुकानों को हटाया जाएगा। तो वहीं दूसरी ओर बिलासपुर के हर सरकारी बिल्डिंगों की दीवारें पान गुटके की पिक के निशान से भरी हुई है। जगह-जगह गुटके की पिक पुरानी कंपोजिट बिल्डिंग में देखने को मिल रही है। प्रशासन नशे को लेकर लगातार अभियान चला रही है लेकिन अक्सर देखा जाता है कि बिलासपुर के सरकारी बिल्डिंगों की दशा बद से बदतर होती जा रही है। बिल्डिंग के चारों कोने में गुटके की पिक की चित्रकारी देखी जा रही है। वहां पर मौजूद कर्मचारियों ने भी यह बताया कि काम के सिलसिले में यहां आने वाले लोगों द्वारा यह हरकत ज्यादा की जाती है। जिसके लिए यहां पर दो से तीन गार्ड का होना जरूरी है। जो सफाई व्यवस्था पर नजर रखें। साफ सफाई को लेकर बिल्डिंग एक बार फिर बदहाल हो गई है। स्वच्छता अभियान के समय यहां पर साफ सफाई का ढोंग भी रचा गया था। लेकिन अब यह मुहिम भी फीकी पड़ गई है। जगह-जगह पान गुटके की पिक और सफाई नहीं होने की वजह से धूल जम गई है। इसलिए यह परेशानी अब आम सी हो गई है। सीढ़ी से उतरते या सीढ़ी चढ़ते वक्त दीवारों से लेकर कोनों में गुटके के पिक नजर आ रहे हैं। सालों से बिलासपुर के सरकारी बिल्डिंगों की हालत कुछ इसी प्रकार है। बरसात के दिनों में बिल्डिंगों के छत टपकती हैं सालों से रंग रोगन भी बिल्डिंगों में नहीं किया गया है। जिसकी वजह से गुटके की पिक ने पूरी सरकारी बिल्डिंग रंग दी है। लेकिन इसके बाद भी सरकार द्वारा बिल्डिंग की स्थिति में सुधार नहीं की जा रही है।

