ट्रैफिक पुलिस ने ऑनलाइन और मैन्युअल चालान के जरिये राहगीरों से बहुत ही कम दिनों में रिकॉर्डतोड़ एक करोड़ रुपये का शमन शुल्क वसुल किया है। इसकी जानकारी देते हुए खुद ट्रैफिक ए एसपी ने शहरवासियों से नियम कायदों का पालन करने की अपील भी की है।

आईटीएमएस शुरू हुए महज 3 महीने ही हुए हैं और अबतक ट्रेफिक पुलिस ने रिकॉर्ड तोड़ एक करोड़ रुपये का जुर्माना वसुल कर लिया है। अगर इन तीन महीनों के ई और मैन्युअल चालानी कार्यवाही की बात करें, तो अबतक लगभग साढ़े अट्ठाइस हजार लोगों से 1 करोड़ रुपये जुर्माना वसुला जा चुका है। नियम कायदों की धज्जियां उड़ाने वाले रोजाना ट्रैफिक थाने में 250 से 300 लोग ई चालान जमा करते देखे जा सकते है। इसमे रॉन्ग साइड, सिग्नल जम्प, नो पार्किंग में अवैध तरीके से वाहन खड़ी करना सहित अन्य शामिल है। एएसपी ने खुद बताया कि लोगों में जागरूकता का आभाव है हालांकि अधिकांश में निश्चित बदलाव भी हुआ है। पिछले 3 महीने में सिग्नल जम्प, नो पार्किंग, तीन सवारी चलाकर नियमों का उल्लंघन करने वाले लगभग 21 हजार लोगों को ऑनलाइन मोबाइल पर ई चालान भेजा गया जबकि लगभग 8 हजार लोगों का मैनुअली चालान किया गया है। इस तरह लगभग 29हजार लोगों से 1 करोड़ रुपये जुर्माना वसूला गया है।



शहरवासियों को ट्रैफिक नियमों का पालन कराने और शहर की हर गतिविधियों पर नजर रखने के उद्देश्य से शहर में आईटीएमएस की शुरुआत की गई है। 11 महीने पहले शुरू हुए आईटीएमएस प्रोजेक्ट के बारे जनजागरूकता फैलाते हुए नियम तोड़ने पर इस प्रोजेक्ट के तहत चालान सीधे घर या मोबाइल पर ई चालान मिलने की बिलासपुर वासियों को इसकी जानकारी दी गयी।ताकि लोग ट्रैफिक नियम कायदों को फॉलो करें। इस तरह 8 महीने के बाद यानी कि वर्तमान में लगभग तीन महीने पहले से ही आईटीएमएस से ई चालान भेजना शुरू किया गया। बावजूद इसके अबतक राहगीरों में सुधार नही आया। अब भी अधिकांस राहगीर सिग्नल जम्प कर, रॉन्ग साइड से तीन सवारी फर्राटे भरने के साथ रॉन्ग साइड वाहन खड़ी करने में कोई कसर नही छोड़ रहे है। यही कारण है कि शमन शुल्क में रोजाना वृद्धि हो रही है।


