कुख्यात बदमाश गोलू ठाकुर को उसकी गतिविधियों के चलते जिला बदर किया गया था, यानी उसे बिलासपुर जिला और आसपास के जिलों में भी बिना अनुमति नहीं रहना था, लेकिन कोटा पुलिस जब सूचना के बाद जुआरियों को पकड़ने पहुंची तो उसके हाथ हरीश सिंह उर्फ गोलू ठाकुर चढ़ गया। पुलिस को सूचना मिली थी कि ग्राम करपिहा के जंगल में कुछ लोग जुआ खेल रहे हैं।

जिसके बाद पुलिस की टीम वहां पहुंची तो जुआरी रात में जंगल की ओर भागने लगे, लेकिन पुलिस ने मौके पर 7 जुआरियों को पकड़ा जिनके पास से नगद 91,720 रु मिले उनके 10 मोटरसाइकिल और एक कार को भी पुलिस ने जप्त किया। जांच के दौरान एक आरोपी गोलू ठाकुर के पास से देसी कट्टा भी बरामद हुआ। यह वही है जिसे जिला बदर किया गया था। पुलिस ने उसके खिलाफ अलग से आर्म्स एक्ट की कार्रवाई की है।
