राधा फाउंडेशन द्वारा लखीराम ऑडिटोरियम में चल रहे तीन दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन वृंदावन के आचार्य सुनील मणी त्रिपाठी ने कहा कि ग्रहों में सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति होता है और बृहस्पति सबसे ज्यादा जीवन में दुख देता है, ज्योतिष पंडित सुनील त्रिपाठी ने बृहस्पति के विषय में संपूर्ण जानकारी दी।

राधा फाउंडेशन द्वारा ज्योतिष गणना और भजन कार्यक्रम के दूसरे दिन शुक्रवार को भक्तों की बड़ी भीड़ रही, इस दौरान लखीराम ऑडिटोरियम में चल रहे ज्योतिष गणना कार्यक्रम में दूसरे दिन पंडित सुनील मणि त्रिपाठी ने ग्रहों का मानव जीवन पर प्रभाव पर विस्तार से समझाया, दर्शक मंत्र मुग्ध होकर कथावाचक के प्रवचन का लाभ लेते रहे, आचार्य ने बताया कि देवगुरु बृहस्पति की कृपा माता-पिता भाई बहन की सेवा पर निर्भर करता है। उनकी सेवा से ही अच्छे फल मिलते हैं।


श्री राधा फाउंडेशन के द्वारा आयोजित ज्योतिष भजन संध्या प्रवचन में शुक्रवार को विधायक अमर अग्रवाल शामिल हुए और आचार्य सुनील मणि त्रिपाठी से आशीर्वाद लिया, उन्होंने ज्योतिष पर इस तरह के कार्यक्रम को लेकर आयोजन समिति की सराहना की। कार्यक्रम के आयोजक ने बताया कि प्रदेश में पहली बार इस तरह के आयोजन हो रहे हैं जिसका लाभ लेने दूर-दूर से भक्त पहुंच रहे हैं। यहां ज्योतिष गणना के आधार पर मानव के जीवन पर ग्रहों की स्थिति की जानकारी दी जा रही है।

दूसरे दिन के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शहर की ख्याति प्राप्त चिकित्सा डॉक्टर सुरेश वर्मा तथा सुनीता वर्मा ने आचार्य का स्वागत किया। शहर के प्रमुख कलाकारों ने भजन संध्या के साथ गीत संगीत की प्रस्तुति दी। ज्योतिष सम्मेलन के दूसरे दिन वृंदावन के आचार्य सुनील मणि त्रिपाठी ने बृहस्पति ग्रहों पर चर्चा करते हुए कहा कि जिस घर में भी बृहस्पति बैठेगा उस घर का सुख नहीं मिलेगा, जिस तरह रामचंद्र जी भटके थे। दूसरे घर में आएगा तो भीष्म पितामह, तीसरे घर में आएगा तो राजा बलि के जैसे सारा धन आदमी दान करके कंगाल बन जाएगा जैसे बाली ने वामन भगवान को दे दिया। चौथे घर का बृहस्पति हरिश्चंद्र बना देता है। और सारा धन चांडाल के घर पहुंचा देता है। जैसे हरिश्चंद्र बनारस में चांडाल के घर नौकरी की फिर भी सत्य को नहीं छोड़ा और भगवान की कृपा से सारा धन राज पाठ दोबारा प्राप्त किया। जिनके विचार में बृहस्पति हो उनको भगवान नारायण की सेवा करनी चाहिए।
