विपक्ष की भूमिका निभाते हुए कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में बिगड़ते कानून व्यवस्था पर सरकार को घेरने का प्रयास किया है। इसी मुद्दे पर शहर अध्यक्ष विजय पांडे और जिला अध्यक्ष विजय केसरवानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेते हुए बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर मंगलवार दोपहर 12:00 बजे नेहरू चौक में छत्तीसगढ़ में लचर कानून व्यवस्था और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार के विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन देते हुए कांग्रेसी काली पट्टी लगाकर मौन धारण करेंगे। इस धरना प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, महामंत्री मलकीत सिंह गेंदु, जिला प्रभारी सुबोध हरितवाल भी उपस्थित रहेंगे। कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था संकट के दौर से गुजर रही है। प्रदेश में लगातार महिलाओं और बच्चियों के साथ बलात्कार हो रहे हैं।कांग्रेसियों ने दावा किया कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार के राज में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। दावा किया गया कि 8 माह में प्रदेश में महिलाओं के साथ 3094 अपराध हुए हैं और 600 से अधिक बलात्कार की घटनाएं हुई है, जिसमें डीपीएस स्कूल में 4 साल की बच्ची के साथ अनाचार, रायपुर में महिला के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं भी शामिल है।

इन सभी घटनाओं में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए। कांग्रेसियों ने कहा कि भाजपा के नेता बंगाल की घटना पर प्रतिक्रिया देते हैं लेकिन यहां के मामले में खामोश है। जाहिर है यही सवाल पलट कर कांग्रेसियों पर भी लगता है कि वे प्रदेश में हो रही घटनाओं के प्रति तो खुद को संवेदनशील बता रहे हैं लेकिन बंगाल के मामले में कांग्रेसियों ने खामोशी ओढ़ रखी है, जिसका जवाब स्थानीय नेताओं के पास भी नहीं है।
