धन्यवादी पर्व चर्च ऑफ खाईष्ट सी. एम. डी. चौक निर्वाचित प्राचीन पृष्ठ में सीनियर पास्टर सुदेश पाल की अध्यक्षता में हर्षोउलास् के साथ मनाया गया। पादरी पाल ने जानकारी देते हुये बताया कि क्रिसमस के पावन पर्व की खुशी का आगाज, धन्यवादी पर्व के साथ प्रारम्भ हो जाता है।
नवम्बर माह में प्राय: फसलों की कटाई होती है, प्राचीन काल में जब इजराइली अपनी-अपनी फसलों की कटाई करते थे। तो परमेश्वर की आज्ञा अनुसार फसलों का पहला भाग मंदिर की बेदी पर चढ़ावा चढ़ाते थे उसके बाद ही उन फसलों का सेवन करते थे।. प्राचीन काल में इसे कटनी का पर्व कहा जाता था। आज वर्तमान समय में इसे “थैंक्स गीविंग ” अर्थात धन्यवाद स्वरूप परमेश्वर को अर्पण करने का पर्व स्वरूप इसे मसीही लोग मनाते हैं। इस दिन मसीही लोग स्वच्छ एवं साफ हृदय से अच्छे से अच्छा भेंट ईश्वर को देते हैं कि उत्तम और सर्वोत्तम आशीष पा सकें। सुबह 10 बजे आराधना की शुरुवात प्रारम्भिक प्रार्थना से (मुकेश पाल द्वारा की गई। सुन्दर सुमधुर गीतों की प्रस्तुती युद्ध के जवानों द्वारा की गई।बाईबिल का पठन ज्योति मसीह ने किया। वाद्य यंत्रों को शशांक दास, आयुष बाघ, ‘स्वप्नील दास, आकर्षण सिंह, अमन तांती, ने बजाकर परमेश्वर की महिमा की, आराधना पश्चात प्रेमभोज का आयोजन था, लगभग 450 लोगों ने इसमें भाग लिया। धन्यवादी पर्व के कार्यक्रम में मसीहों में काफी उत्साह दिखा,और भारी संख्या में लोग उपस्थित हुये।



