प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास निर्माण करा रहे ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपनी समस्याएं साझा कीं। इन ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें योजना के तहत पहली किस्त तो मिल गई थी, लेकिन अब दूसरी किस्त और मजदूरी राशि न मिलने के कारण उनका मकान अधूरा पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि अधिकतर लोगों के मकान सज्जा लेवल प्लास्टर/छत आदि तक बन चुके हैं, लेकिन दूसरी किस्त जारी न होने के कारण काम रुक गया है। निर्माण कार्य अधूरा रहने से वे न तो अपने नए मकान में जा पा रहे हैं और न ही पुराने घर में सुरक्षित रह पा रहे हैं। ब्लॉक ऑफिस के चक्कर काट-काट कर थक गए हैं, एक ग्रामीण हितग्राही ने बताया। हर बार यही कहा जाता है कि दो-तीन दिन में किस्त मिल जाएगी, लेकिन महीनों बीत गए हैं, कोई सुनवाई नहीं हो रही। अब मजबूरी में कलेक्टर साहब के पास गुहार लगाने आए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में करीब 150 हितग्राही ऐसे हैं, जिन्हें योजना की दूसरी किस्त अब तक नहीं दी गई है। इससे उन्हें गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। वे न तो मजदूरों को भुगतान कर पा रहे हैं, न ही निर्माण सामग्री खरीद पा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से निवेदन किया है कि उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए दूसरी किस्त और मजदूरी राशि का शीघ्र भुगतान किया जाए, ताकि वे अपने आवास का निर्माण कार्य पूरा कर सकें और योजना का पूरा लाभ मिल सके।