बिलासपुर के आर. महाविद्यालय के लॉ स्टूडेंट्स और हाईकोर्ट के ट्रेनी अधिवक्ताओं ने केंद्रीय जेल का शैक्षणिक भ्रमण किया। इससे पहले ये छात्र विधानसभा का सत्र देख चुके हैं। अब यह विजिट उनके कानूनी करियर की व्यवहारिक समझ को और सशक्त करेगा। बिलासपुर स्थित केंद्रीय जेल में हाईकोर्ट के ट्रेनी अधिवक्ताओं का समूह पहुंचा।ये सभी अधिवक्ता आर. लॉ कॉलेज के छात्र हैं।भ्रमण का उद्देश्य न्यायिक प्रक्रिया के एक अहम अंग जेल प्रबंधन और कैदियों से जुड़ी कानूनी व्यवस्था को नजदीक से समझना था।इससे पहले इन अधिवक्ताओं ने विधानसभा सत्र का भी अवलोकन किया था, जिससे उन्हें विधायी प्रक्रिया और कानून निर्माण की बारीकियों को समझने का अवसर मिला। अब जेल विजिट के जरिए वे दंड प्रक्रिया और सुधारात्मक न्याय प्रणाली से रूबरू हो रहे हैं।ट्रेनी अधिवक्ताओं ने कहा कि जेल विजिट से उन्हें व्यवहारिक कानून, कैदियों के अधिकार, जेल में कानूनी सहायता की व्यवस्था जैसी कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिलीं, जो कक्षा के पाठ्यक्रम से इतर हैं।इन छात्रों का मानना है कि किताबों में पढ़ा गया कानून और वास्तविक जीवन में उसका अनुप्रयोग दो अलग बातें होती हैं, और ऐसे विजिट उन्हें कानूनी क्षेत्र में बेहतर निर्णय लेने और संवेदनशीलता के साथ काम करने में मदद करते हैं।छात्रों ने यह भी कहा कि आने वाले समय में उनके जूनियर साथियों के लिए भी ऐसे विजिट की योजना बनाई जाएगी ताकि उनकी भी व्यवहारिक समझ मजबूत हो सके। यह परंपरा भविष्य के वकीलों की नींव को मजबूत करेगी। केंद्रीय जेल प्रशासन ने भी छात्रों के इस शैक्षणिक भ्रमण को सराहा और बताया कि इससे जेल व्यवस्था को लेकर छात्रों के बीच गलत धारणाएं दूर होंगी और एक नए नजरिए का विकास होगा, जो समाज और न्याय प्रणाली दोनों के लिए फायदेमंद होगा।