
इस प्रशिक्षण शिविर में नागपुर से आए अनुभवी मास्टर ट्रेनर्स ने भाग लिया और यात्रियों को हज से संबंधित महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी।उन्हें मक्का और मदीना में होने वाली तमाम धार्मिक प्रक्रियाओं को किस तरह सही ढंग से निभाना है, उसकी चरणबद्ध जानकारी दी गई। साथ ही पासपोर्ट, वीजा, एयरपोर्ट प्रक्रिया, इहराम पहनने का तरीका और हज की नियत के बारे में विस्तार से समझाया गया।ट्रेनर्स ने बताया कि हज यात्रा में मिना, अराफात, मुजदलिफा, रमी, तवाफ और सई जैसे अरकान प्रमुख होते हैं। यात्रियों को इन सभी अरकानों की धार्मिक और व्यवहारिक जानकारी दी गई ताकि वे बिना किसी भ्रम के अपनी हज यात्रा पूरी कर सकें।

साथ ही, उन्हें यह भी बताया गया कि हर रुक्न का क्या महत्व है और उसका सही तरीका क्या होता है।स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ी सावधानियों पर भी विशेष जोर दिया गया। जैसे गर्मी से बचाव, पानी का सही सेवन, थकान से बचने के उपाय, दवा और मेडिकल किट की जानकारी, तथा कोरोना या अन्य संक्रामक बीमारियों से किस तरह सतर्क रहना है इन सभी पहलुओं पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया गया।

शिविर में प्रशिक्षण लेने पहुंचे हज यात्रियों ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि यह ट्रेनिंग उनके लिए बेहद उपयोगी रही।उन्होंने महसूस किया कि इस तरह की तैयारी से वे हज जैसे पवित्र और महत्वपूर्ण सफर के लिए आत्मविश्वास से भर गए हैं।आयोजकों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में अन्य यात्रियों के लिए भी इसी तरह की ट्रेनिंग सत्र आयोजित किए जाएंगे।