
मस्तूरी तहसील की ग्राम पंचायत कर्रा के सैकड़ों ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय का रुख किया और विकास कार्यों की घोर अनदेखी तथा केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं से वंचित रहने को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने दर्जनों समस्याएं गिनाते हुए कहा कि उनके गांव में आज भी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में सड़कें जर्जर स्थिति में हैं, कई जगहों पर तो सड़कें हैं ही नहीं। बरसात के दिनों में गांव की गलियाँ कीचड़ में तब्दील हो जाती हैं जिससे आवागमन बाधित होता है। वहीं नालियों की व्यवस्था भी नहीं है, जिससे गंदा पानी घरों के आसपास भर जाता है और बीमारियों का खतरा बना रहता है। बिजली आपूर्ति भी अनियमित है जिससे बच्चों की पढ़ाई और ग्रामीणों के रोजमर्रा के काम प्रभावित हो रहे हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ अब तक नहीं मिला है। कई लोगों के नाम सूची में होने के बावजूद उन्हें एक भी किस्त जारी नहीं की गई है, जिससे वे अपना मकान अधूरा छोड़ने को मजबूर हैं। इससे ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है। प्रदर्शन में शामिल कई महिलाएं रोष प्रकट करते हुए बोलीं कि उन्हें मिलने वाला महतारी वंदन योजना का पैसा किसी अन्य व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर हो रहा है। शिकायत के बावजूद इस गंभीर गड़बड़ी को सुधारा नहीं गया है। ग्रामीणों ने कलेक्टर को अपनी समस्याओं से अवगत कराया और तत्काल कार्रवाई की मांग की। कलेक्टर ने ग्रामीणों को उचित जांच और आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि यदि समस्याओं का जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे|