
कलेक्टर अवनीश शरण ने 17 अप्रैल को जिले के दगौरी पीएचसी, सिलपहरी उप स्वास्थ्य केंद्र और विभिन्न राजस्व शिविरों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। दगौरी अस्पताल में स्टाफ की कमी और अव्यवस्था पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने शहरी अस्पतालों में अटैच स्वास्थ्य कर्मियों को तुरंत मूल स्थान पर कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश दिए।

उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि निर्देशों की अवहेलना पर वेतन रोकने व निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।निरीक्षण के दौरान पता चला कि दगौरी पीएचसी में हर महीने 10-15 प्रसव और प्रतिदिन 80-90 ओपीडी होती है, लेकिन फार्मासिस्ट, नेत्र सहायक और पर्यवेक्षक जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत कर्मी शहर में संलग्न हैं।

कलेक्टर ने सीएचएचओ को संलग्नता तत्काल समाप्त कर मूल पदस्थापना स्थल पर भेजने को कहा। उन्होंने अस्पताल में साफ-सफाई की व्यवस्था पर भी नाराजगी जताई।इसके अलावा कलेक्टर ने सिलपहरी और अमेरी अकबरी में आयोजित राजस्व शिविरों में ग्रामीणों से सीधा संवाद किया।

किसानों को ‘किसान किताब’ वितरित की गई और खेती, पानी व राशन वितरण की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने गर्मी के मौसम में धान की बजाय कम पानी वाली फसलें लेने की सलाह दी। अमेरी अकबरी में प्राप्त 22 आवेदनों के शीघ्र निपटारे के निर्देश भी दिए।