
गुरुवार शाम कलेक्ट्रेट रोड पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब बिजली के केबल में अचानक शॉर्ट सर्किट हुआ और जलता हुआ तार बीच सड़क पर गिर पड़ा। तेज आवाज के साथ पटाखों की तरह चिंगारी निकलने लगी, जिससे वहां मौजूद लोग घबरा गए और इधर-उधर भागने लगे। सड़क से गुजर रहे राहगीर भी रुक गए और काफी देर तक हालात सामान्य होने का इंतजार करते रहे।स्थानीय लोगों ने तुरंत बिजली विभाग को सूचना दी, लेकिन काफी देर तक कोई कर्मचारी या टीम मौके पर नहीं पहुंची। तार में उठती चिंगारी और धमाकों जैसी आवाज ने लोगों को डरा दिया।

गनीमत रही कि कोई राहगीर उसकी चपेट में नहीं आया, वरना कोई बड़ा हादसा हो सकता था। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते मदद मिलती तो खतरा टल सकता था।इस घटना ने बिजली विभाग के मेंटनेंस के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हर साल गर्मी और बरसात से पहले मेंटनेंस का दावा किया जाता है, लेकिन जैसे ही मौसम बदलता है, बिजली आपूर्ति लड़खड़ाने लगती है। ओवरलोड और तकनीकी खराबी की आड़ में हर बार लापरवाही छिपा दी जाती है, जबकि हकीकत यह है कि सुधार कार्य केवल कागजों तक सीमित है।