
भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर देशभर में जोश और गर्व का माहौल है।छत्तीसगढ़ भी इससे अछूता नहीं रहा। बिल्हा, रतनपुर और साइंस कॉलेज मैदान से लेकर अन्य क्षेत्रों तक तिरंगा यात्राएं निकाली गईं।जहां बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक हर हाथ में तिरंगा था, और हर दिल में देशभक्ति। सेना के शौर्य को सलाम करने आज छत्तीसगढ़ की धरती भी देशभक्ति के रंग में रंग गई। बिल्हा, रतनपुर, साइंस कॉलेज मैदान और अन्य इलाकों में तिरंगा यात्रा निकाली गई जिसमें हर वर्ग के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।बिल्हा में निकाली गई तिरंगा यात्रा में स्कूली बच्चों के साथ-साथ शिक्षक, अभिभावक और सामाजिक संगठनों ने भाग लिया।

स्कूल प्रांगण से शुरू हुई यात्रा मुख्य मार्गों से होते हुए देशभक्ति नारों के साथ सामुदायिक भवन तक पहुंची।वहीं रतनपुर में हाई स्कूल चौक से महामाया चौक तक भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। स्केटिंग करते नन्हे बच्चे, हाथों में तिरंगा और गूंजते ‘भारत माता की जय’ के नारों ने माहौल को देशभक्ति से भर दिया।इस यात्रा में नगर पालिका अध्यक्ष लव कुश कश्यप, तहसीलदार शिल्पा भगत, सीएमओ खेल कुमार पटेल और कई जनप्रतिनिधियों के साथ आम नागरिकों ने भी उत्साह के साथ भाग लिया। नेताओं ने भारत की सेना के शौर्य को नमन किया और प्रधानमंत्री मोदी की रणनीति की सराहना की।साइंस कॉलेज मैदान में बच्चों ने स्केटिंग करते हुए तिरंगा लहराया।

इस आयोजन में मौजूद हर व्यक्ति की आंखों में गर्व और चेहरों पर आत्मविश्वास साफ झलक रहा था। यह दृश्य पूरे इलाके को देशभक्ति के रंग में रंगने वाला बन गया। बिल्हा और आसपास के अन्य इलाकों में भी अलग-अलग जगहों पर समाजसेवियों, महिला मंडलों, युवाओं और जनप्रतिनिधियों ने तिरंगा यात्रा निकाली और एक स्वर में सेना को समर्थन दिया। संदेश साफ था देश के हर कोने से अब सिर्फ एक ही आवाज़ आ रही है जय हिंद।सेना के शौर्य के समर्थन में उमड़ी जनलहर दिखा रही है कि भारत आज पहले से कहीं ज़्यादा संगठित, सजग और समर्थ है। तिरंगे की शान में निकली ये यात्राएं सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि एक दृढ़ संदेश हैं कि देश की एकता और अखंडता से कोई समझौता नहीं होगा।