
बिलासपुर में मुस्लिम समाज के लोगों ने सोमवार को बड़ी संख्या में जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर जाति प्रमाण पत्र और ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र बनाए जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौपा। समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण उन्हें बार-बार भटकना पड़ रहा है, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा। मुस्लिम समाज का कहना है कि उनकी कई जातियां अन्य पिछड़ा वर्ग की श्रेणी में आती हैं, लेकिन उनके मिसल और अन्य दस्तावेजों में त्रुटिवश केवल “मुसलमान धर्म” अंकित है, जिससे उन्हें प्रमाण पत्र बनवाने में बाधा आ रही है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों द्वारा उनके आवेदन रजिस्टर्ड ही नहीं किए जा रहे, जिससे समाज के लोगों को शैक्षणिक व रोजगार संबंधी लाभ नहीं मिल पा रहा।

समाज के वरिष्ठ जनो ने बताया कि जब वे प्रमाण पत्र बनवाने कार्यालय जाते हैं, तो मौखिक रूप से उन्हें मना कर दिया जाता है। इसके अलावा मुस्लिम समाज के जो लोग सामान्य वर्ग में आते हैं और ईडब्ल्यूएस की पात्रता पूरी करते हैं, उन्हें भी प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा रहा है। यह स्थिति समाज के लिए अत्यंत निराशाजनक है। कलेक्टर संजय अग्रवाल को सौंपे गए ज्ञापन में समाज के लोगों ने मांग की कि जो मुस्लिम जातियां पिछड़ा वर्ग में आती हैं, उन्हें उसी आधार पर प्रमाण पत्र दिया जाए। समाज के प्रतिनिधियों ने मीडिया से भी बात करते हुए कहा कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया, तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। उन्होंने प्रशासन से शीघ्र समाधान की मांग की है ताकि उन्हें भी समान अधिकार और सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।