
नगर निगम बिलासपुर के द्वारा सरकंडा मेल पर में कई झुग्गी झोपड़ियां को हटाकर यहां परियोजना के तहत कार्य कराए जाने की बात कही गई थी लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी अब तक यहां कोई भी कार्य शुरू नहीं हो शक है यही नहीं अभी भी यहां कई मकानों को तोड़ा जाना बाकी है जिस दिशा में निगम प्रशासन के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है इस संबंध में नगर निगम के अधिकारियों की माने तो फिलहाल स्थान पर प्रस्ताव बनाकर शासन के बाद भेजा जा रहा है जहां से डीपीआर तैयार होने के बाद इस पर आगे की रूपरेखा तय की जाएगी क्योंकि बिलासपुर स्मार्ट सिटी 2.0 में शामिल हो चुका है ऐसे में अब बिलासपुर शहर के साथ-साथ अरपा पार भी कई परियोजनाओं को मूर्त रूप देने की कोशिश हो रही है लेकिन जिस तरह से नगर निगम योजनाओं के पहले ही आशियाने उजाड़ने का काम कर रहा है यह सभी के समस्या पड़े हैं परंतु शासन का काम है और लोगों को या प्रताड़ना सहनी ही होगी। लेकिन जरूरी है कि पहले योजनाएं तैयार करें उसके बाद आशियाने उजड़े तो लोगों को भी इसमें कोई दिक्कत नहीं होगी लेकिन न जाने क्यों प्रशासनिक स्तर पर केवल झुग्गी झोपड़ियों को हटाने की ही कमाए चल रही है। जिस पर लोगों में आक्रोश है