
बिलासपुर, राज्य शासन द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में पारदर्शिता लाने और तौल में गड़बड़ी रोकने के लिए इलेक्ट्रानिक वेट मशीनों की खरीदी की गई थी। लेकिन बिलासपुर जिले में यह मशीनें अब दुकानदारों के लिए मुसीबत बन गई हैं। आए दिन मशीनों के खराब होने से राशन वितरण प्रभावित हो रहा है और उपभोक्ताओं को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। जिले के कई राशन दुकानदारों ने बताया कि मशीनें बार-बार खराब हो जाती हैं। इससे न केवल उनका काम प्रभावित होता है, बल्कि उपभोक्ताओं को भी परेशानी झेलनी पड़ती है। खासकर ग्रामीण इलाकों से आने वाले उपभोक्ता लंबा सफर तय कर राशन लेने आते हैं, लेकिन मशीन खराब होने के कारण उन्हें बिना राशन लिए लौटना पड़ता है।

कलेक्ट्रेट स्थित खाद्य विभाग कार्यालय में प्रतिदिन कई दुकानदार खराब मशीनें लेकर मरम्मत के लिए पहुंचते हैं। विभाग के अधिकारी हर बार मशीन को ठीक करने का आश्वासन देते हैं, लेकिन समस्या का स्थायी हल नहीं निकल पाया है। इससे दुकानदारों में रोष है और उपभोक्ता व्यवस्था से निराश हैं। दुकानदारों का कहना है कि मशीन की खराबी के चलते वितरण में देरी होती है और विभागीय कार्रवाई का डर भी बना रहता है। वे कई बार अधिकारियों को इस समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन न तो विभाग गंभीर है और न ही शासन स्तर से कोई पहल की जा रही है। स्थिति यह है कि समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। उचित मूल्य की दुकानों में न तो वैकल्पिक व्यवस्था है और न ही समय पर तकनीकी सहायता मिलती है। इससे न केवल दुकानदार, बल्कि हजारों कार्डधारी उपभोक्ता भी बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। सभी ने सरकार से इस समस्या का जल्द समाधान निकालने की मांग की है।