
बिलासपुर शहर को ग्रीन सिटी बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। जल्द ही शहर की सड़कों पर डीजल के धुएं की जगह इलेक्ट्रिक गाड़ियों की सन्नाटा भर देगी। सफाई व्यवस्था में क्रांति लाते हुए नगर निगम और रामकी मिलकर 156 इलेक्ट्रिक कचरा गाड़ियों को सड़कों पर उतारने जा रहे हैं। इस योजना के तहत रामकी अपनी 100 पुरानी डीजल गाड़ियों को इलेक्ट्रिक वाहनों से बदलेगा, वहीं नगर निगम आउटर क्षेत्रों के लिए 56 नई ईवी खरीदेगा। ये गाड़ियां डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण में इस्तेमाल होंगी। इससे न केवल वातावरण प्रदूषण मुक्त होगा, बल्कि डीजल खर्च और मेंटेनेंस में भी भारी बचत होगी।नगर निगम के मुताबिक इलेक्ट्रिक गाड़ियों की खरीदी प्रक्रिया चालू हो चुकी है और अगले छह महीने में ये वाहन शहर की सड़कों पर दिखने लगेंगे।

इन हाईटेक गाड़ियों से पुराने और जर्जर डीजल वाहनों को हटाया जाएगा। सिर्फ सफाई ही नहीं, पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भी ग्रीन ऊर्जा का संचार होने जा रहा है। जल्द ही शहर में 50 इलेक्ट्रिक बसें 35 बड़ी और 15 छोटी दौड़ेंगी। कोनी में इनके लिए अत्याधुनिक डिपो तैयार हो रहा है, जिसमें चार्जिंग स्टेशन, वर्कशॉप और कार्यालय शामिल होंगे। पूरे टर्मिनल की लागत 11.45 करोड़ रुपये आंकी गई है। नगर निगम के इन प्रयासों से शहर को एक नई पहचान मिलेगी। पर्यावरण की रक्षा के साथ ही स्वास्थ्य सुधार, ईंधन की बचत और स्मार्ट ट्रांसपोर्ट की दिशा में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।