
नगर निगम के द्वारा जवाली नाले पर हुई बुलडोजर एक्शन के बाद व्यापारी और जनप्रतिनिधियों में खासा आक्रोश है उनका मानना है कि नगर निगम के द्वारा जिस तरह से या कार्रवाई की जा रही है वह पूरी तरह से अनैतिक है उनके द्वारा परमिशन ली गई है लेकिन उसके बाद भी जिस तरह से तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई है इससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है उनका मानना है कि जब यह निर्माण हो रहा था तभी नगर निगम को इस पर आपत्ति जाहिर करनी थी लेकिन उसे वक्त नगर निगम के द्वारा कुछ नहीं कहा गया और आप अचानक नोटिसजारी कर तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई है। वही क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और कांग्रेस नेता ने भी इस कार्रवाई का विरोध किया है ।

उनका कहना है कि नगर निगम के द्वारा नाले को सुसज्जित तरीके से नहीं बनाया गया जबकि जब नगर निगम के द्वारा इन दुकानों को यहां निर्माण के लिए स्वीकृति दी जा रही थी और यह निर्माण शुरू हुआ तब नगर निगम के द्वारा किसी तरह का कोई विरोध नहीं किया गया अब अचानक से इस तरह की कार्रवाई निश्चित तौर पर व्यापारियों के लिए एक बड़ा नुकसान साबित हो रहा है उन्होंने इसे अंधेर नगरी चौपट राजा करार देते हुए कहा कि इसमें अधिकारियों की भी संग्लिपता है और उन पर भी कार्रवाई होनीचाहिए। ऐसे में अब व्यापारियों और जनप्रतिनिधियों के अंदर इस कार्रवाई को लेकर आक्रोश है और वह आने वाले समय में न्यायालय का दरवाजा खटखटाना का मन बना चुके हैं।