
बिलासपुर में पत्रकार पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने तेजी दिखाते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। SSP के निर्देश के बाद सक्रिय हुई सिटी कोतवाली पुलिस ने देर रात तक अभियान चलाकर पांचों हमलावरों को पकड़ा और उन्हें घटनास्थल से उठक-बैठक कराते हुए जेल भेज दिया। घटना शहर के बीचोंबीच सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र की है, जहां शराब के नशे में धुत बदमाशों ने एक पत्रकार के घर में घुसकर उस पर और उसके पिता पर जानलेवा हमला कर दिया।

पीड़ित फोटो जर्नलिस्ट शेखर गुप्ता ने मोहल्ले में हो रही शराबखोरी का विरोध किया था, जिस पर आरोपियों ने कुल्हाड़ी से वार कर दिया।हमले में शेखर गुप्ता के पिता अशोक गुप्ता भी घायल हो गए, जो अपने बेटे को बचाने पहुंचे थे। यह वारदात रात 10:30 बजे की है, जब शहर में पुलिस गश्त का दावा किया जाता है। हमला होते ही मोहल्ले में हड़कंप मच गया और घायलों को सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया।घटना के बाद पुलिस पर सवाल उठने लगे कि आखिर इतनी देर तक बदमाश खुलेआम कैसे घूमते रहे। लेकिन SSP के सख्त निर्देश के बाद पुलिस हरकत में आई और सक्रियता दिखाते हुए पूरे इलाके में घेराबंदी कर दी।

इसके बाद एक-एक कर पांचों आरोपियों को रात में ही गिरफ्तार कर लिया गया।गिरफ्तार आरोपियों में सोनी उर्फ शुभम सोनी, काव्यांशु विनोदिया, राहुल सिंह, रोहन साहू और मिथलेश सिंह उर्फ डेमचूल शामिल हैं। सभी आरोपी कतियापारा के रहने वाले हैं। पुलिस ने इन सभी को घटनास्थल से पैदल जुलूस में निकाला और रास्ते भर उठक-बैठक कराई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है। इस पूरी घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या पुलिस को हर बार सिर्फ ऊपर से फटकार मिलने पर ही हरकत में आना पड़ेगा, या फिर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सिस्टम में सुधार किया जायेगा।