
शनि जयंती का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है।शनि जयंती भगवान शनिदेव के जन्मदिवस के रूप में मनाई जाती है। शनिदेव को न्याय का देवता और कर्मफल दाता माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन शनिदेव की विधि-विधान से पूजा करने से भक्तों को उनके आशीर्वाद की प्राप्ति होती है और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। शनि की साढ़ेसाती से पीड़ित लोगों के लिए इस दिन विशेष पूजा और उपाय करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है।

इस दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए भक्त विभिन्न प्रकार के उपाय करते हैं, जैसे कि तेल चढ़ाना, काले तिल अर्पित करना, शनि चालीसा का पाठ करना और गरीबों को दान देना आदि। ऐसा माना जाता है कि इन उपायों को करने से शनिदेव की कृपा मिलती है। साथ ही जीवन में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।इसी कड़ी में राजकिशोर नगर स्थित शनि मंदिर में सुबह से ही शनि की पूजा अर्चना करने सुबह से ही भक्त शनि मंदिर पहुंचने लगे।जहां उन्होंने शनि देव की पूजा अर्चना करते हुए उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया।