
सरकार द्वारा तीन माह का एकमुश्त राशन वितरण शुरू किया जा रहा है, जिसमें लाभार्थियों को राशन लेने के लिए छह बार अंगूठे का निशान देना होगा। यह व्यवस्था पीडीएस सिस्टम में पारदर्शिता और फर्जीवाड़ा रोकने के उद्देश्य से लागू की गई है। इस नई व्यवस्था से पीडीएस उपभोक्ता और दुकानदार दोनों परेशान हैं। प्रत्येक लाभार्थी को तीन माह के लिए अलग-अलग बार अंगूठे का निशान देना पड़ रहा है, जिससे वितरण प्रक्रिया लंबी और जटिल हो गई है। कई बार मशीनों में तकनीकी दिक्कतें भी आ रही हैं। एक कार्डधारी को राशन मिलने में 20 मिनट तक का इंतजार करना पड़ रहा है। मशीनों में नेटवर्क की समस्याएं और फिंगरप्रिंट न मिलने जैसी दिक्कतों के चलते कई बार राशन वितरण में देरी हो रही है।लाभार्थियों और दुकानदारों ने सरकार से मांग की है कि एक ही बार अंगूठे का निशान लेकर तीनों माह का राशन दिया जाए। इससे वितरण प्रक्रिया तेज और आसान हो सकेगी। वर्तमान प्रणाली में वृद्ध, बीमार और मजदूर वर्ग को अधिक परेशानी हो रही है। सरकार का उद्देश्य प्रणाली को पारदर्शी बनाना है, लेकिन व्यवहारिक दृष्टिकोण से यह प्रक्रिया आम जनता के लिए असुविधाजनक बन गई है। प्रशासन को चाहिए कि वह पारदर्शिता के साथ-साथ व्यवहारिक समाधान भी तलाशे ताकि लाभार्थियों को समय पर और सहज तरीके से राशन मिल सके।